नोएडा के बहलोलपुर में बहने वाली हिंडन नदी का रंग हाल ही में खून जैसा लाल नजर आया, कचरे से अटी हिंडन नदी के पानी का रंग लाल, पीला या काला होने से स्थानीय निवासियों को कोई हैरानी नहीं है क्योंकि उनके लिए यह जैसे रोजाना की बात हो गई है। हिंडन के इस तरह रंग बदलने का कारण बहलोलपुर गांव में चल रही औद्योगिक इकाइयां हैं, जो सरकारी और न्यायिक निर्देशों के बावजूद भी विषैले औद्योगिक अपशिष्ट को लगातार हिंडन में बहा रही हैं। इसी पर सख्त होते हुए यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने हिंडन नदी को प्रदूषित कर रही बहलोलपुर गांव की 16 औद्योगिक इकाइयों को बंद करने के लिए उनकी बिजली काट दी गई है।
ग्रामीणों की शिकायत पर की गई कार्यवाही -
नोएडा के बहलोलपुर में ग्रामीण क्षेत्र के साथ साथ आवासीय क्षेत्र में भी बहुत सी औद्योगिक इकाइयां चल रही है, जिनमें अधिकतर रंगाई की फैक्ट्री हैं। कपड़े रंगने के दौरान निकलने वाले केमिकलयुक्त अपशिष्ट को यह कारखाने नालों के जरिए हिंडन में डाल रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बहलोलपुर में 30 से भी अधिक इस प्रकार के कारखाने हैं, जिनसे हिंडन में कभी लाल, कभी काला तो कभी पीला प्रदूषक पानी देखा जाता है।
ग्रामीणों ने सजगता दिखाते हुए नाले से हिंडन में गिर रहे अपशिष्ट की वीडियो शेयर करते हुए पलूशन बोर्ड से शिकायत की थी, जिसके आधार पर टीम ने गांव में आकर जांच की और गैर कानूनी रूप से इन औद्योगिक इकाइयों को चलते हुए पाया गया। जांच के आधार पर इन इकाइयों के खिलाफ यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) और बिजली विभाग ने कार्यवाही की और इनकी बिजली काट दी गई। इसके अतिरिक्त इन्हें स्थायी रूप से बंद कराने के लिए विभाग ने नोएडा अथॉरिटी को भी सूचना दी है।
16 औद्योगिक इकाइयां सील, काटे गए विद्युत कनेक्शन -
यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) और पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों ने बहलोलपुर के सेक्टर 65 में पहुंचकर 16 औद्योगिक इकाइयों को न केवल सील किया, बल्कि इनके बिजली कनेक्शन भी काट दिए गए। घंटों चली इस कार्यवाही में न्यूरो प्रिन्ट, मेसर्स राज प्रोसर्स, आरके इंटरप्राईजेल, शुभम प्रिंटर, चंदन डाइंग, आशु डाइंग, पूजा डायर्स, वरुण गंगवार डाइंग, शिवा डाइंग, शिवम डाइंग, सलीम डाइंग, जय बाबा, राधिक डाइंग, डीवी इंटरप्राईजेज इत्यादि को सील किया गया और इनके विद्युत कनेक्शन काट दिए गए।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर काटी गई बिजली -
22 फरवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि यदि कोई औद्योगिक इकाई पानी को प्रदूषित करती पाई जाए, तो उसे अवैध मानते हुए उसकी बिजली काटी जाए। इसी आदेश को आधार मानते हुए पॉल्यूशन बोर्ड और बिजली विभाग की टीम पुलिस बल के साथ बहलोलपुर पहुंची और इन औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ कार्यवाही की।
पॉल्यूशन बोर्ड की कार्यवाही में तकरीबन 16 यूनिट की बिजली काट दी गई है। बताते चलें कि इन औद्योगिक इकाइयों के चलते इलाके का भूजल भी तेजी से खराब हो रहा है। जिसके कारण आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने बीमार होने की शिकायत की भी की है।
30 जून तक पेश करनी होगी रिपोर्ट -
हिंडन नदी को प्रदूषित करने के मामले में याचिकाकर्ता की शिकायत पर एनजीटी ने सुनवाई करते हुए मार्च में प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में एक सप्ताह के अंदर जांच कमेटी गठित करने का आदेश दिया था, जिसमें सात जिलों के डीएम, गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर समेत छह जिलों के एसएसपी और प्रदूषण विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया।
यह कमेटी 30 जून तक हिंडन नदी को प्रदूषित किए जाने के मामले में पूरी तरह से जांच कर रिपोर्ट एनजीटी को सौंपेगी, जिसके बाद एक अगस्त को एनजीटी में मामले की सुनवाई की जाएगी। नोएडा क्षेत्राधिकारी यूपीपीसीबी प्रवीण यादव ने कहा कि जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।