वैश्विक शांति के प्रयासों के प्रचार प्रसार के लिए संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1981 में "विश्व शांति दिवस" मनाने की शुरुआत की थी. तभी से हर वर्ष 21 सितम्बर को विश्व शांति दिवस मनाया जाता है. दुनिया भर में शांति का संदेश फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रति वर्ष साहित्य, कला, सिनेमा, संगीत और खेल जगत जैसे कई क्षेत्रों से प्रसिद्ध हस्तियों को शांतिदूत बनाता है.
आज जब हम वैश्विक खबरों पर नजर दौड़ाते हैं तो विभिन्न देशों में युद्ध का वातावरण आम है, दो देशों की सीमाओं पर होने वाले विवाद आज सामान्य हो चुके हैं. वहीं बहुत से देशों में आन्तरिक हिंसा की घटनाएं भी बहुत अधिक बढ़ चुकी हैं. इन सभी परिस्थितियों पर काबू पाने के लिए और समाज को शांति का पाठ पढ़ाने के लिए ही संयुक्त राष्ट्र ने इस दिवस को मनाना तय किया.
अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र हर वर्ष एक थीम रखता है, जो विगत वर्ष जलवायु और पर्यावरण से जुडी थी. इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए इसे "शेपिंग पीस टुगेदर" यानि एकजुट होकर शांतिपूर्ण समाज की स्थापना, रखा गया है. महामारी के इस विपरीत समय में विश्व शांति दिवस को हम सभी सेवाभाव, दया और आशा के साथ मनाये. वायरस से जूझ रहे लोगों के प्रति भेदभाव या घृणा फैलाने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के अभियान के साथ जुड़कर हम वैश्विक शांति की प्रतिस्थापना कर सकते हैं.
नमस्कार, मैं सर्वेश अम्बेडकर आपके क्षेत्र का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.