भभुआ के लिच्छवी भवन में आज बसपा के संस्थापक और दलित उत्थान के प्रेरणास्रोत मान्यवर कांशीराम साहब की 18वीं पुण्यतिथि पर एक विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बसपा बिहार के प्रदेश महासचिव विकास सिंह उर्फ लल्लु पटेल ने कांशीराम साहब को पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदानों को याद किया।
मान्यवर कांशीराम का दलित समाज के उत्थान में योगदान
विकास सिंह उर्फ लल्लु पटेल ने कार्यकर्ताओं के समक्ष अपने संबोधन में कांशीराम साहब के संघर्षमयी जीवन और उनके द्वारा दलित, पिछड़े और शोषित वर्ग के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांशीराम साहब ने समाज के दबे-कुचले वर्ग को न केवल राजनीतिक चेतना दी, बल्कि उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक किया और सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए अथक प्रयास किए।
कांशीराम साहब के सिद्धांतों पर चलने का आह्वान
कार्यक्रम में विकास सिंह ने उपस्थित बसपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और उन्हें कांशीराम साहब के सिद्धांतों पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें जुझारु नेतृत्व की आवश्यकता है जो समाज के हर वर्ग के अधिकारों की रक्षा कर सके। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संगठन को और मजबूत करने और कांशीराम साहब के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने की अपील की।
शिक्षा और समानता के लिए कांशीराम साहब का सपना
विकास सिंह ने अपने वक्तव्य में कांशीराम साहब के शिक्षा और समानता पर दिए गए विशेष बल को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि कांशीराम साहब का सपना था कि समाज का हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी जाति या वर्ग का हो, शिक्षा के माध्यम से समान अवसर प्राप्त कर सके और देश की प्रगति में योगदान दे सके।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ता और समाज के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने मान्यवर कांशीराम साहब को नमन किया और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस श्रद्धांजलि समारोह ने एक बार फिर कांशीराम साहब के विचारों और उनके संघर्षों को जीवंत कर दिया और समाज के वंचित वर्गों के लिए उनके किए गए योगदान को सभी ने सम्मानपूर्वक स्मरण किया।