भभुआ प्रखंड के सारंगपुर गाँव में एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में 42 वर्षीय जितेंद्र साह की जान चली गई। वह अपने परिवार के लिए आजीविका कमाने के लिए घर से निकले थे, तभी अनियंत्रित ट्रक ने उन्हें रौंद दिया। इस हादसे ने पूरे गाँव को झकझोर कर रख दिया है और स्थानीय लोगों के मन में गहरा आक्रोश उत्पन्न कर दिया है।
ग्रामीणों का आक्रोश: प्रदर्शन और सड़क जाम
घटना के तुरंत बाद, सारंगपुर गाँव के ग्रामीणों ने अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए भभुआ-चैनपुर मुख्य सड़क को जाम कर दिया। सड़क पर प्रदर्शन करते हुए, उन्होंने मृतक जितेंद्र साह के प्रति अपनी संवेदना और सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की। ग्रामीणों का कहना था कि ऐसी दुर्घटनाएं रोकने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए। उनका प्रदर्शन सरकार से उचित मुआवजे की मांग को लेकर था, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि भविष्य में किसी अन्य परिवार को इस तरह के दुख का सामना न करना पड़े। सड़क पर जमा हुए ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते हुए अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि समुदाय इस मामले में कितनी गंभीरता से चिंतित है।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुँचे। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। अधिकारियों ने ग्रामीणों के आरोपों को गंभीरता से लिया और आश्वासन दिया कि वे मामले की पूरी जांच करेंगे। जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल ने भी पुलिस अधिकारियों से बात करते हुए कहा कि ग्रामीणों की चिंताओं को दूर करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। पुलिस ने समझौता वार्ता की पहल करते हुए ग्रामीणों से सहयोग की अपील की, ताकि शांति स्थापित की जा सके।
जिला परिषद सदस्य का प्रभावी हस्तक्षेप: ग्रामीणों के साथ खड़े विकास सिंह
भभुआ प्रखंड के सारंगपुर गाँव में हुई ट्रैजिक घटना के तुरंत बाद, जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल ने सक्रियता से हस्तक्षेप किया। विकास सिंह ने अपनी संवेदनशीलता और समझदारी के साथ मौके पर पहुँचकर आक्रोशित ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वह इस दुख की घड़ी में मृतक के परिवार के साथ खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
विकास सिंह ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वह सरकार से उचित मुआवजा दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे। उनकी उपस्थिति से ग्रामीणों में एक नई उम्मीद जागी, और उन्होंने प्रशासन के साथ सहयोग करने का निर्णय लिया। विकास सिंह की सक्रियता ने न केवल घटनास्थल की स्थिति को नियंत्रित किया, बल्कि उन्होंने अपने स्थानीय नेतृत्व के माध्यम से गांववासियों के आक्रोश और दुख को कुछ कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम भी उठाया।