भभुआ प्रखंड के मिरिया पंचायत के छोटका कीर गांव में स्थित सैकड़ों महादलित वर्षों से दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इस गांव के दलित परिवार पुराने और गंदे कुएं का पानी पीने को विवश हैं, जो उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल रहा है। गांव के वार्ड 2 की दलित बस्ती के लोग सरकार की नल जल योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं, जिसके कारण उनका जीवन संकट में है।
नल जल योजना के बावजूद बस्ती में पानी नहीं पहुंचा
इस दलित बस्ती में नल जल योजना का कनेक्शन तो किया गया है, लेकिन बस्ती ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां पानी नहीं पहुंच पाता। नल कनेक्शन सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गया है और बस्ती के लोग अब भी दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। जलस्तर भी काफी नीचे होने के कारण ग्रामीण निजी चापाकल या सबमर्सिबल नहीं लगवा पा रहे हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
विकास सिंह का दौरा और मदद का आश्वासन
इस समस्या की जानकारी मिलने पर जिला परिषद सदस्य (भभुआ) विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल ने छोटका कीर गांव का दौरा किया और ग्रामीणों से बातचीत कर समस्या का जायजा लिया। विकास सिंह ने कहा कि इस बस्ती की स्थिति से वह अत्यधिक चिंतित हैं और इस समस्या को जल्द हल करने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह पीएचईडी विभाग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करेंगे ताकि बस्ती में पानी की उचित व्यवस्था हो सके।
जल्द होगा समाधान, विकास सिंह करेंगे जिलाधिकारी से वार्ता
विकास सिंह ने आगे कहा कि वह इस मुद्दे को जिलाधिकारी के समक्ष भी उठाएंगे ताकि दलित बस्ती के लोगों को जल्द से जल्द स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके। उनके इस दौरे से ग्रामीणों में उम्मीद जगी है कि अब उनकी वर्षों पुरानी पानी की समस्या का समाधान होगा और उनके स्वास्थ्य की रक्षा हो सकेगी।