धरती पर कोई भी जीव अमर नहीं है। अमर है तो वह है केवल 'परिवर्तन'। बाकी सब नाशवान ही हैं। मृत्यु एक शाश्वत सत्य है। इस सत्य को हम जितना जल्दी स्वीकार कर लें, उतने ही हम सुखी, शांत और संयमित रहेंगे। भगवान ने स्वयं भी जब मनुष्य रूप धरा तो उन्हें भी एक अवधि के उपरांत जाना पड़ा तो हम तो साधारण मनुष्य ही हैं। यह सत्य हम सभी जानते हैं, पर हमारा हृदय कभी भी अपनों के चले जाने को स्वीकार नहीं कर पाता है, ऐसे में व्यक्ति के पारिवारिक जन सर्वाधिक दुखी रहते हैं, जिन्हें हमारी आत्मीय संवेदनाएं और समय ही संतोष दे सकते हैं।
हमेशा ही भभुआ विधानसभा की जनता के सुख-दुख में खड़े रहने वाले जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल एक ऐसे जनसेवक नेता के तौर पर जाने जाते हैं, जो अपनी जनता को परिवार से कम नहीं मानते। जनता की तमाम समस्याओं पर वह निरंतर संकल्प के साथ कार्य करते हैं और इसी कारण वह जनता के बीच लोकप्रिय भी हैं। साथियों के सुख-दुख में खड़े रहे के इसी क्रम में जिला परिषद सदस्य विकास सिंह आज चैनपुर प्रखंड के अमाँव गाँव में पहुंचे, जहां भाई संतोष पटेल जी के पिताजी का आकस्मिक निधन हो गया।
सूचना पर विकास सिंह अपने सहयोगियों के साथ तत्काल उनके घर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे। इस दुख की घड़ी में मौके पर पहुंचकर विकास सिंह ने भाई संतोष पटेल जी और सभी परिजनों को हिम्मत बंधाई। विकास जी ने परिजनों को हौंसला रखने के लिए कहा और दिवगंत आत्मा को अंतिम विदाई दी।