प्रति वर्ष 14 नवंबर को देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस के अवसर पर बाल दिवस मनाया जाता है। प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती को बाल दिवस के रूप में मनाना का कारण यह है कि प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू बच्चों से काफी ज्यादा स्नेह रखते थे। आजादी के बाद से ही पंडित नेहरू की प्राथमिकता बच्चों की शिक्षा रही और बच्चों के लिए बेहतर काम करना उनका एजेंडा हमेशा से रहता था। बच्चे भी उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे। बाल दिवस को विशेष बनाने के क्रम में आज जिला परिषद कार्यालय कैमूर में बाल दिवस के अवसर पर छात्र एवं छात्राओं को जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल के द्वारा यूएसएस फाउंडेशन एनजीओ का प्रमाण पत्र वितरण किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र और छात्राओं को प्रमाण पत्र देते हुए विकास सिंह के द्वारा प्रोत्साहित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई।
इस मौके पर उपस्थित जिला परिषद सदस्य विकास सिंह ने बताया कि यूएसएस फाउंडेशन एनजीओ के द्वारा बीते 24 जनवरी को बालिका दिवस पर आजादी का 75वां अमृत महोत्सव के अवसर पर एसबीपी कॉलेज भभुआ में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बेहतरीन रंगोली बनाई थी। उसी के उपलक्ष्य में आज बाल दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरण कर सम्मानित किया गया। जिला पार्षद ने इस मौके पर छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि छात्र छात्राओं के लिए वह हर कदम तत्परता से खड़े हैं और जब कभी भी कहीं छात्र हित की बात होगी उसमें वह बढ़-चढ़कर शामिल रहेंगे।