बिहार में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की डॉ. भीम राव आंबेडकर के संबंध में की गई टिप्पणी के खिलाफ मंगलवार को राज्यभर में प्रदर्शन किया। बसपा कार्यकर्ताओं ने अमित शाह के इस्तीफे और उनके बयान के लिए माफी की मांग की।
बसपा प्रमुख मायावती के आह्वान पर राज्य के सभी प्रमुख जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन आयोजित किए गए। कैमूर जिला मुख्यालय पर भी बसपा जिला इकाई के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने नीले झंडों और तख्तियों के साथ प्रदर्शन किया। तख्तियों पर “आंबेडकर के सम्मान में, बसपा मैदान में” और “गृहमंत्री अमित शाह, इस्तीफा दें” जैसे नारे लिखे थे।
शाह की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया
पिछले सप्ताह राज्यसभा में संविधान पर हुई बहस के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने टिप्पणी की थी, ‘‘अभी एक फैशन बन गया है… आंबेडकर, आंबेडकर, ….। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’ इस बयान पर बसपा समेत अन्य विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है।
कैमूर में बसपा का प्रदर्शन
कैमूर जिला मुख्यालय पर आयोजित प्रदर्शन में बसपा प्रदेश महासचिव एवं जिला परिषद सदस्य श्री विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल ने गृहमंत्री पर बाबासाहब आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा, “यह प्रदर्शन मायावती जी के आह्वान पर आयोजित किया गया है। हम अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई और उनके इस्तीफे की मांग को लेकर यह विरोध जारी रखेंगे।”
शांतिपूर्ण मार्च के बाद बसपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अपील की गई कि गृहमंत्री अमित शाह को मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त किया जाए।
बसपा सुप्रीमो की अपील
बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर पूरे देश में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की थी। उन्होंने सर्व समाज से इस विरोध में शामिल होने की भी अपील की थी।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन और मांगें
बसपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे तब तक अपना विरोध जारी रखेंगे, जब तक अमित शाह माफी नहीं मांगते या पद से इस्तीफा नहीं देते। साथ ही उन्होंने दोहराया कि बसपा संविधान और डॉ. आंबेडकर के सम्मान की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करती रहेगी।