भभुआ प्रखंड के सौरूडीह गाँव में एक दुखद घटना के दौरान 20 वर्षीय युवक बिपिन यादव की तालाब में डूबने से असामयिक मौत हो गई। बिपिन यादव, जो जिउत सिंह यादव के इकलौते पुत्र थे, इस हादसे का शिकार हो गए, जिससे पूरा गाँव शोक में डूब गया है। घटना के बाद परिवार और गाँववालों में मातम पसरा हुआ है, और चारों ओर सिर्फ दुख का माहौल है।
यह हादसा उस समय हुआ जब बिपिन यादव तालाब में स्नान करने के लिए गए थे। कुछ समय बाद जब वह पानी से बाहर नहीं आए, तो उनके परिवार और ग्रामीणों को चिंता हुई। ग्रामीणों ने तुरंत तालाब में उनकी तलाश शुरू की, लेकिन जब तक उन्हें तालाब से निकाला गया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इस हृदयविदारक घटना से यादव परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
जिला परिषद सदस्य विकास सिंह ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
घटना की सूचना मिलते ही जिला परिषद सदस्य (भभुआ) विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल तत्काल कार्रवाई में जुट गए। वह फौरन सदर अस्पताल, भभुआ पहुंचे, जहां उन्होंने मृतक का पोस्टमार्टम कराया और पूरी प्रक्रिया की निगरानी की। इसके बाद, वह शोकसंतप्त यादव परिवार से मिलने उनके गाँव सौरूडीह पहुँचे। विकास सिंह ने मृतक के परिवार को सांत्वना दी और इस कठिन समय में उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया।
मुआवजे की मांग और प्रशासन से मदद की गुहार
विकास सिंह ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सरकार और प्रशासन से मृतक बिपिन यादव के आश्रितों के लिए तत्काल मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा, "यह बहुत ही दर्दनाक घटना है, और पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए मैं सरकार से निवेदन करता हूँ कि उन्हें तुरंत आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। इस समय परिवार को हर संभव मदद की आवश्यकता है, और हम प्रशासन से अपील करते हैं कि वे तुरंत कार्रवाई करें।"
गाँव में शोक और पीड़ा का माहौल
बिपिन यादव की असामयिक मृत्यु से सौरूडीह गाँव के लोग स्तब्ध हैं। पूरे गाँव में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कर रहे हैं और इस संकट की घड़ी में साथ खड़े हैं। बिपिन एक हंसमुख और मेहनती युवक के रूप में जाने जाते थे, जिनके जाने से उनके परिवार के साथ-साथ गाँववाले भी गहरे सदमे में हैं। इस हृदय विदारक घटना ने एक बार फिर सुरक्षा की अनदेखी को उजागर किया है और प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की गई है ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।