बिहार के भभुआ प्रखण्ड की सिकठी ग्राम पंचायत क्षेत्र में आज भी एक गांव ऐसा है, जो आजादी के 7 दशकों के बाद भी विकास की बांट जोह रहा है। जिला मुख्यालय से मात्र 5 किमी की दूरी पर बसे चांदोरुइयां गांव की जनता आज भी पक्की सड़क के लिए तरस रही है। आवागमन की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण ग्रामीण जन अनेकों मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।
जिला पार्षद विकास सिंह, जो जन जन की समस्याओं को लेकर आवाज उठाने हेतु कैमूर में जाने जाते हैं..उन्होंने हाल ही में चांदोरुइयां गांव का दौरा किया और ग्रामीण जनों से बातचीत कर उनकी परेशानियों से रूबरू हुए। विकास सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि,
"स्थानीय प्रखण्ड क्षेत्र की सिकठी ग्राम पंचायत में आने वाले चांदोरुइयां गांव के लोग आजादी के 77 वर्ष बाद भी विकास से कोसों दूर हैं, यहाँ आज भी सुगम मार्ग के अभाव में बीमार लोगों को मुख्य सड़क तक ले जाने के किए चारपाई के साथ चार कंधों की आवश्यकता पड़ती है। बरसात के दिनों में तो यहां की जनता के हालात और अधिक दूभर हो जाते हैं। सड़क नहीं होने के चलते लोग खेतों की पगडंडी भरे कच्चे रास्तों से गुजरने को मजबूर हैं।"
पीएम सड़क योजना और सीएम सात निश्चय योजना हुई नाकाम -
इसे सरकारी तंत्र अथवा जन प्रतिनिधियों की नाकामी कहें या फिर कुछ और, एक लंबा अरसा बीतने के बावजूद भी इस गांव में सड़क नही बन सकी है। जबकि प्रधानमंत्री सड़क योजना एवं मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत सड़क योजना जैसी योजनाओं के आने के बाद गांव की मुख्य सड़क को लिंक पथ से जोड़ा गया है। किंतु इसके बावजूद भी यह गांव सरकार की सड़क योजनाओं से पूरी तरह से वंचित है।
क्या कहते हैं ग्रामीण -
ग्रामीण विजय राम, रामसागर राम, परमहंस राम, गुड्डू यादव, संजय पासवान, कोमल बिंद, बद्री बिंद व अमन सिंह ने बताया कि गांव तक पहुंच का मार्ग कच्चा और सकरा है। बारिश के दिनों में सारा रास्ता कीचड़ से पट जाता है, ऐसे में इस कच्चे रास्ते से दोपहिया वाहनों को भी निकलना मुश्किल हो जाता है। चुनाव में जन प्रतिनिधियों द्वारा हर बार आश्वासन की घूंट पिलाई जाती है। बरसात के मौसम में गांव में यदि कोई बीमार हो जाता है तो उसे चारपाई पर लेकर जाने के लिए चार लोगों की जरूरत पड़ती है।
समस्या के निराकरण हेतु करेंगे हर संभव प्रयास - विकास सिंह
कुछ दिन पहले ग्रामीण जनों ने अपनी समस्या को लेकर जिला पार्षद विकास सिंह से मुलाकात की थी और ग्रामीणों की समस्या पर त्वरित सुनवाई करते हुए बुधवार को स्वयं गांव में पहुँच कर विकास सिंह ने समस्या का जायजा लिया। वह गांव की बदहाल देखकर आश्चर्यचकित रह गए, उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनते हुए भरोसा दिलाया कि वह जल्द ही इस मामले को लेकर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्तालाप करेंगे और ग्रामीणजनों को इस समस्या से मुक्ति दिलाने के हरसंभव प्रयास करेंगे।