इस दुनिया में सबसे बड़ा सच यह है कि जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु भी निश्चित है. यही बात मनुष्य के जीवन पर भी लागू होती है. हम सभी अपने अपने जीवन में अपने पारिवारिक जनों, रिश्तेदारों और संगी साथियों से कुछ इस तरह से जुड़ जाते है, जिनके देहांत या मृत्यु पर हमे बेहद अफ़सोस होता है.
"न जायते म्रियते वा कदाचि, नायं भूत्वा भविता वा न भूय:
अजो नित्य: शाश्वतोऽयं पुराणो, न हन्यते हन्यमाने शरीरे "
अर्थात आत्मा न तो कभी जन्मती है, न कभी मरती है; एक बार अस्तित्व में न होने के बाद, क्या यह कभी भी समाप्त नहीं होता है. आत्मा बिना जन्म, शाश्वत, अमर और अडिग है. शरीर के नष्ट होने पर यह नष्ट नहीं होता है.
साथियों के सुख-दुख में खड़े रहने के क्रम में आज प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय राय जी के साथ कॉंग्रेस पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के स्टेट कॉऑर्डिनेटर राजीव द्विवेदी जी ने जनपद कानपुर में स्वर्गीय अंबिका प्रसाद शुक्ला और स्वर्गीय विद्या नारायण त्रिपाठी जी के तेरहवीं संस्कार में, किसान जिला अध्यक्ष नरेंद्र चंचल के मामा की मत्यु की सूचना पर उनके आवास स्थान में उपस्थित होकर शोक प्रकट करते हुए उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
नमस्कार, मैं राजीव द्विवेदी आपके क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.